Sunday, 23 July 2017

Heart Touching Desh Bhakti Poem on Independence Day

Heart Touching Desh Bhakti Poem on Independence Day



  Desh Bhakti Poem in Hindi Language
लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,
गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई ||
ऐ भारत माता तुझसे अनोखी,
और अद्भुत माँ न हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी .
माथे पर है बांधे कफ़न ,
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर,
आजादी की रीत निभाई.
Swatantrata Diwas Ki Hardik Shubhkamna





ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं !
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं
.
.
न मस्जिद को जानते हैं , न शिवालों को जानते हैं
जो भूखे पेट होते हैं, वो सिर्फ निवालों को जानते हैं.
मेरा यही अंदाज ज़माने को खलता है.
की मेरा चिराग हवा के खिलाफ क्यों जलता है……
में अमन पसंद हूँ, मेरे शहर में दंगा रहने दो…
लाल और हरे में मत बांटो, मेरी छत पर तिरंगा रहने दो
Happy Independence Day 2017






Happy Independence Day Poem in Hindi for Kids

हम बच्चे हँसते गाते हैं।
हम आगे बढ़ते जाते हैं।
पथ पर बिखरे कंकड़ काँटे,
हम चुन चुन दूर हटाते हैं।
आयें कितनी भी बाधाएँ,
हम कभी नही घबराते हैं।
धन दौलत से ऊपर उठ कर,
सपनों के महल बनाते हैं।
हम खुशी बाँटते दुनिया को,
हम हँसते और हँसाते हैं।
सारे जग में सबसे अच्छे,
हम भारतीय कहलाते हैं।
~Dr. Parshuram Shukla



Mera Pyara Desh Poem on Independence Day in Hindi

Pyara pyara mera desh,
Sajaa-sanwaara mera desh,
Duniya jis par garv kare–
Nayan sitaara mera desh.
Chaandi-sona mera desh,
Safal salona mera desh,
Sural jaisa aalokit–
Sukh ka kona mera desh.
Phoolon waala mera desh,
Jhoolon waala mera desh,
Ganga-Yamuna ki maala ka,
Phoolon waala mera desh.
Aage jaaye mera desh,
Nit naye muskaaye mera desh.
Itihaason mein barh-charh kar
Naam likhaaye mera desh
Happy Independence Day 2016



Sad Emotional Desh Bhakti Kavita

हम तो आज़ाद हुए लड़कर पर
आज़ादी के बाद भी लड़ रहे है
पहले अंग्रेजो से लड़े थे
अब अपनों से लड़ रहे है
आज़ादी से पहले कितने
ख्वाब आँखों में संजो रखे थे
अब आजादी के बाद वो
ख्वाब ,ख्वाब ही रह गए है
अब तो अंग्रेज़ी राज और
इस राज में फर्क न लगे
पहले की वह बद स्थिति
अब बदतर हो गई है ..



Independence Day Kavita in Hindi

Uth mere veer javan uth,
Uth mere veer javan uth,
Lahlahaati is dharti me aaj,
Fir nayaa josh aaya hai !
Kadam apne dagmagaane na dena,
Kyonki jaane vala yah kala sayaa hai !
Uth mere veer javan uth,
Uth mere veer javan uth,
Svatantrataa ka samay ab aaya hai
Svatantrataa ka samay ab aaya hai !
Laal, baal, paal, jaiso ne jo kasme khaai thi,
Use pura karne ka samay ab aaya hai !
Bahut kiya raaj angrajo ne,
Aaya samay ab hamara hai !
Uth mere veer javan uth,
Svatantrta ka samay ab aaya hai !





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